IMD Warning: अगले 2 दिन बन सकते हैं जानलेवा – इन इलाकों में चलेगा तेज़ तूफान, लोगों से घर में रहने की अपील

देश के कई हिस्सों में इस बार मानसून से पहले ही मौसम ने अचानक करवट ले ली है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने एक बड़ा अलर्ट जारी किया है, जिसमें अगले तीन दिनों यानी 1 जून से 3 जून तक देश के करीब 20 राज्यों में तेज़ बारिश, आंधी-तूफान और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है। इस दौरान कई इलाकों में गरज-चमक के साथ बारिश और तेज हवाओं के कारण भारी तबाही की आशंका जताई गई है। खासकर उत्तर भारत, पूर्वोत्तर, दक्षिण और मध्य भारत के राज्यों में मौसम का मिजाज काफी बिगड़ सकता है।

इस अलर्ट के अनुसार, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार जैसे राज्यों में भारी बारिश के साथ-साथ तेज आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है, ताकि किसी भी तरह की अनहोनी से बचा जा सके।

इस बार मानसून के जल्दी पहुंचने, बंगाल की खाड़ी में दबाव, पश्चिमी विक्षोभ और समुद्र से आने वाली नमी युक्त हवाओं के कारण मौसम में यह बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। IMD के मुताबिक, इन तीन दिनों में कई राज्यों में जलभराव, बाढ़, भूस्खलन, पेड़ गिरना, यातायात बाधा, फसल नुकसान और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं। ऐसे में आम जनता, किसान, यात्री और प्रशासन के लिए यह अलर्ट बेहद जरूरी है।

IMD Weather Alert in Hindi

IMD यानी भारतीय मौसम विभाग समय-समय पर देशभर के मौसम को लेकर अलर्ट जारी करता है। IMD Weather Alert का मकसद लोगों को संभावित आपदा या मौसम के खतरे के बारे में पहले से सूचित करना और सतर्क करना है, ताकि वे समय रहते जरूरी कदम उठा सकें। IMD अपने अलर्ट को रंग-कोडेड सिस्टम के तहत जारी करता है – जिसमें येलो, ऑरेंज और रेड अलर्ट शामिल हैं।

येलो अलर्ट का मतलब है सतर्क रहें, ऑरेंज अलर्ट में तैयार रहें और रेड अलर्ट में तुरंत कार्रवाई करें। इस बार IMD ने कई राज्यों में येलो और ऑरेंज अलर्ट के साथ कुछ जगहों पर रेड अलर्ट भी जारी किया है, जिससे साफ है कि मौसम का मिजाज बेहद खराब रहने वाला है।

IMD Weather Alert का ओवरव्यू (IMD Weather Alert Overview Table)

बिंदुविवरण
अलर्ट जारी करने वाला विभागभारतीय मौसम विभाग (IMD)
अलर्ट का प्रकारभारी बारिश, आंधी-तूफान, तेज हवाएं (70 km/h तक)
अलर्ट अवधि1 जून से 3 जून 2025 (3 दिन)
प्रभावित राज्य/क्षेत्रदिल्ली, केरल, कर्नाटक, असम, मेघालय, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, उत्तराखंड, राजस्थान, अरुणाचल, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, तमिलनाडु, आंध्र, तेलंगाना, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़
मुख्य कारणमानसून का जल्दी पहुंचना, बंगाल की खाड़ी में दबाव, पश्चिमी विक्षोभ, नमी वाली हवाएं
अलर्ट के रंगयेलो (सावधान), ऑरेंज (तैयार रहें), रेड (कार्रवाई करें)
संभावित खतरेबाढ़, जलभराव, बिजली गिरना, पेड़ गिरना, यातायात बाधा, फसल नुकसान, भूस्खलन
सलाहसतर्क रहें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें, अनावश्यक यात्रा से बचें

किन राज्यों में सबसे ज्यादा खतरा? (States Most at Risk)

इस बार IMD के अलर्ट के अनुसार, निम्नलिखित राज्यों में सबसे ज्यादा खतरा है:

  • पूर्वोत्तर भारत: असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड – यहां भारी से अति भारी बारिश के साथ 70 km/h तक की तेज हवाएं चल सकती हैं। इन राज्यों में बाढ़, जलभराव, भूस्खलन और बिजली गिरने का खतरा सबसे ज्यादा है।
  • उत्तर भारत: उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान – यहां तेज बारिश, आंधी-तूफान और धूल भरी आंधी चलने की संभावना है। खासकर दिल्ली-एनसीआर में 60-70 km/h की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं, जिससे जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
  • दक्षिण भारत: केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना – इन राज्यों में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट है। केरल के कुछ जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है।
  • मध्य भारत: मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ – यहां भी तेज बारिश और आंधी की संभावना है।
  • पूर्वी भारत: पश्चिम बंगाल, सिक्किम, बिहार – इन राज्यों में भी भारी बारिश और आंधी-तूफान का खतरा है।

IMD के रंग-कोडेड अलर्ट क्या होते हैं? (IMD Colour-Coded Alerts)

IMD मौसम की गंभीरता के हिसाब से अलग-अलग रंगों में अलर्ट जारी करता है:

रंगअर्थबारिश (24 घंटे में)सलाह
हरा (Green)सामान्य मौसम< 64 मिमीकोई चेतावनी नहीं
पीला (Yellow)सतर्कता64.5–115.5 मिमीअपडेट रहें, सतर्क रहें
नारंगी (Orange)तैयार रहें115.6–204.4 मिमीतैयारी करें, जरूरी कदम उठाएं
लाल (Red)कार्रवाई करें> 204.5 मिमीतुरंत सुरक्षा उपाय करें, खतरे की स्थिति

रेड अलर्ट का मतलब है कि अगले 24 घंटों में बहुत भारी या अत्यंत भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़, जलभराव, यातायात बाधा, पेड़ गिरना, बिजली गिरना, फसल नुकसान और जनहानि का खतरा रहता है।

इस बार मौसम में बदलाव के मुख्य कारण (Main Reasons for Weather Change)

  • मानसून का जल्दी पहुंचना: इस साल मानसून सामान्य से एक हफ्ता पहले 24 मई को ही केरल पहुंच गया, जिससे पूरे देश में मौसम जल्दी सक्रिय हो गया।
  • बंगाल की खाड़ी में दबाव: बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण नमी वाली हवाएं पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश ला रही हैं।
  • पश्चिमी विक्षोभ: उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश और आंधी-तूफान का दौर जारी है।
  • नमी युक्त हवाएं: समुद्र से आने वाली नम हवाएं भीषण बारिश और तेज हवाओं का कारण बन रही हैं।
  • स्थानीय चक्रवात: कुछ जगहों पर स्थानीय चक्रवात भी तेज हवाओं और बारिश का कारण बने हैं।

IMD Weather Alert के दौरान क्या-क्या खतरे हो सकते हैं? (Potential Dangers During IMD Alert)

  • बाढ़ और जलभराव: भारी बारिश के कारण निचले इलाकों में बाढ़ और जलभराव की समस्या हो सकती है।
  • भूस्खलन: पहाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों में भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है।
  • बिजली गिरना: आंधी-तूफान के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं ज्यादा होती हैं।
  • पेड़ गिरना और यातायात बाधा: तेज हवाओं से पेड़ और बिजली के खंभे गिर सकते हैं, जिससे यातायात बाधित हो सकता है।
  • फसल नुकसान: किसानों की फसलें तेज बारिश और हवाओं से बर्बाद हो सकती हैं।
  • जनहानि: गंभीर मौसम के चलते जान-माल का नुकसान भी हो सकता है।

IMD Weather Alert के दौरान क्या करें, क्या न करें (Do’s and Don’ts During IMD Alert)

क्या करें:

  • प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
  • मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखें।
  • सुरक्षित स्थान पर रहें, खासकर बिजली गिरने के समय।
  • अनावश्यक यात्रा से बचें।
  • बच्चों और बुजुर्गों का खास ध्यान रखें।
  • जरूरी दवाइयां, टॉर्च, मोबाइल चार्जर, पानी और खाने-पीने की चीजें तैयार रखें।

क्या न करें:

  • तेज बारिश या आंधी के दौरान बाहर न निकलें।
  • बिजली के खंभों, पेड़ों या खुले मैदान में खड़े न हों।
  • जलभराव वाले इलाकों में न जाएं।
  • अफवाहों पर ध्यान न दें, सिर्फ आधिकारिक जानकारी पर भरोसा करें।

दिल्ली-एनसीआर, पंजाब, हरियाणा में क्या स्थिति? (Delhi-NCR, Punjab, Haryana Weather Update)

दिल्ली-एनसीआर में पिछले दिनों अचानक मौसम बदल गया। रविवार शाम को तेज धूल भरी आंधी, बारिश और 60 km/h से ज्यादा की रफ्तार से हवाएं चलीं। इससे कई जगह पेड़ गिर गए, बिजली गुल हो गई और यातायात बाधित हुआ। IMD के अनुसार, अगले तीन दिनों तक दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में तेज बारिश, आंधी और 70 km/h तक की तेज हवाएं चल सकती हैं।

यह बदलाव पश्चिमी विक्षोभ, हरियाणा के ऊपर बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन और अरब सागर से आ रही नम हवाओं के कारण हुआ है। इन राज्यों के लोगों को सतर्क रहने और प्रशासन की सलाह मानने की जरूरत है।

केरल, कर्नाटक, आंध्र, तेलंगाना में क्या स्थिति? (Kerala, Karnataka, Andhra, Telangana Weather Update)

दक्षिण भारत के केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना में भी मौसम विभाग ने भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। केरल के कई जिलों में रेड अलर्ट है। यहां अगले कुछ दिनों तक लगातार बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ और यातायात बाधा की संभावना है। यात्रियों और स्थानीय लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

किसानों के लिए विशेष सलाह (Special Advice for Farmers)

  • खेतों में पानी की निकासी की व्यवस्था रखें।
  • फसल को तेज हवाओं और बारिश से बचाने के लिए अस्थायी शेड या कवर का इस्तेमाल करें।
  • बिजली गिरने के समय खेतों में काम न करें।
  • पशुओं को सुरक्षित स्थान पर रखें।
  • मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखें।

यात्रा करने वालों के लिए सुझाव (Travel Advisory)

  • पहाड़ी इलाकों में यात्रा करने से बचें।
  • मौसम खराब होने पर यात्रा टाल दें।
  • जरूरी हो तो प्रशासन से जानकारी लेकर ही सफर करें।
  • गाड़ी चलाते समय सावधानी बरतें, खासकर बारिश और आंधी के दौरान।

प्रशासन और आम जनता के लिए जरूरी कदम (Essential Steps for Administration and Public)

  • राहत और बचाव टीमों को अलर्ट पर रखें।
  • निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाएं।
  • बिजली, पानी, यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखें।
  • स्कूल, कॉलेज और दफ्तरों में छुट्टी की घोषणा की जा सकती है।
  • मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए सही जानकारी फैलाएं।

निष्कर्ष (Conclusion)

IMD का यह बड़ा अलर्ट देश के कई हिस्सों के लिए खतरे की घंटी है। भारी बारिश, तेज हवाएं, आंधी-तूफान और बिजली गिरने जैसी घटनाओं से जनजीवन प्रभावित हो सकता है। ऐसे में सभी को सतर्क रहना, प्रशासन के निर्देशों का पालन करना और मौसम विभाग के अपडेट्स पर नजर रखना बेहद जरूरी है।

किसानों, यात्रियों, बच्चों, बुजुर्गों और प्रशासन – सभी को मिलकर इस चुनौती का सामना करना होगा, ताकि जान-माल का नुकसान कम से कम हो सके। मौसम की जानकारी और अलर्ट को हल्के में न लें, क्योंकि समय रहते तैयारी ही सबसे बड़ा बचाव है।

Disclaimer: यह लेख IMD द्वारा जारी किए गए ताजा अलर्ट और मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है। मौसम विभाग के अलर्ट पूरी तरह वास्तविक हैं और जनता की सुरक्षा के लिए जारी किए जाते हैं। किसी भी अफवाह या झूठी खबर पर ध्यान न दें, केवल आधिकारिक जानकारी पर ही विश्वास करें। मौसम की गंभीरता को देखते हुए सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।

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