देशभर में मौसम का मिजाज तेजी से बदल रहा है। मई के अंतिम सप्ताह में कई राज्यों में मानसून ने दस्तक दे दी है और मौसम विभाग (IMD) ने 31 मई तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। इस दौरान कई राज्यों में तेज़ बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरने और तेज़ हवाओं का अलर्ट जारी किया गया है। इस बार मानसून की रफ्तार तेज़ है और बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण बारिश की गतिविधियों में और इजाफा हो गया है।
उत्तर-पूर्वी राज्यों, पश्चिमी तट, उत्तर भारत और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में मौसम विभाग ने रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया है। लोगों को सतर्क रहने और जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है। आइये जानते हैं किन-किन राज्यों में बारिश का अलर्ट है, किस तरह की चेतावनी जारी की गई है और क्या-क्या एहतियात बरतनी चाहिए।
IMD Alert
मौसम विभाग के अनुसार, 29, 30 और 31 मई को देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के कारण पूर्वोत्तर भारत, पश्चिमी तट और उत्तर भारत के कई राज्यों में बारिश का दौर जारी रहेगा।
बारिश की चेतावनी वाले प्रमुख राज्य
- पूर्वोत्तर राज्य: असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा में 30 मई तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है।
- पश्चिम बंगाल और सिक्किम: उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में 30 मई तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट।
- केरल: कोझिकोड, वायनाड में 30-31 मई को रेड अलर्ट, कासरगोड, कन्नूर, मलप्पुरम, इडुक्की में ऑरेंज अलर्ट।
- कर्नाटक: तटीय जिलों (दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़) में 30-31 मई को रेड अलर्ट, आंतरिक कर्नाटक में भी भारी बारिश की संभावना।
- महाराष्ट्र: मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी में 30-31 मई को भारी से मध्यम बारिश, पुणे और सतारा में भी बारिश का अनुमान।
- दिल्ली-NCR: 30-31 मई को हल्की बारिश, गरज के साथ छींटे, 30-60 किमी/घंटा की तेज़ हवाएं, येलो अलर्ट।
- गोवा: उत्तरी और दक्षिणी गोवा में ऑरेंज अलर्ट, 2 जून तक बारिश की संभावना।
- ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल: 30-31 मई को भारी बारिश का अनुमान।
- उत्तर भारत: जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड में भी बारिश और आंधी-तूफान की चेतावनी।
बारिश अलर्ट का ओवरव्यू टेबल
जानकारी | विवरण |
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चेतावनी का समय | 29, 30, 31 मई 2025 |
प्रभावित राज्य | असम, मेघालय, अरुणाचल, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, केरल, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, दिल्ली-NCR, ओडिशा, तमिलनाडु, उत्तर भारत |
अलर्ट के प्रकार | रेड अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट, येलो अलर्ट |
संभावित खतरे | भारी बारिश, आंधी-तूफान, बिजली गिरना, तेज़ हवाएं |
मुख्य कारण | बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव, पश्चिमी विक्षोभ |
लोगों के लिए सलाह | सतर्क रहें, अनावश्यक बाहर न निकलें, सुरक्षित स्थान पर रहें |
बारिश की तीव्रता | हल्की से अत्यधिक भारी (20 सेमी से अधिक) |
अलर्ट कब तक | 31 मई 2025 तक (कुछ राज्यों में 1-2 जून तक) |
किन राज्यों में किस तरह का अलर्ट?
- रेड अलर्ट: केरल (कोझिकोड, वायनाड), तटीय कर्नाटक (दक्षिण कन्नड़, उडुपी, उत्तर कन्नड़) – 30-31 मई को अत्यधिक भारी बारिश।
- ऑरेंज अलर्ट: केरल के अन्य जिले, गोवा, महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्र, ओडिशा, तमिलनाडु, पुडुचेरी, कराईकल।
- येलो अलर्ट: दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्से – हल्की से मध्यम बारिश, तेज़ हवाएं।
बारिश का कारण – मौसम विज्ञानियों की राय
इस बार बारिश का मुख्य कारण बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र है, जो धीरे-धीरे उत्तर की ओर बढ़ रहा है। इसके अलावा पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में भी मौसम खराब रहने की संभावना है। मानसून की तेज़ गति और समुद्री हवाओं के कारण दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में भी बारिश बढ़ गई है।
किस तरह की बारिश और मौसम की स्थिति?
- पूर्वोत्तर भारत: 31 मई तक भारी से अत्यधिक भारी बारिश, मेघालय में 30 सेमी से अधिक बारिश संभव।
- पश्चिमी तट: केरल, कर्नाटक, गोवा में 3-4 दिन लगातार भारी बारिश।
- उत्तर भारत: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, उत्तराखंड, पूर्वी यूपी, बिहार, झारखंड में बारिश के साथ आंधी-तूफान।
- दिल्ली-NCR: हल्की से मध्यम बारिश, तेज़ हवाएं (40-70 किमी/घंटा), बिजली गिरने की संभावना।
- महाराष्ट्र: मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी में भारी बारिश, पुणे-सतारा में भी बारिश।
लोगों के लिए जरूरी सावधानियां
- मौसम विभाग की चेतावनी का पालन करें।
- अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें।
- बिजली गिरने की स्थिति में सुरक्षित स्थान पर जाएं।
- तेज़ हवाओं के दौरान पेड़, बिजली के खंभों और खुले स्थानों से दूर रहें।
- बाढ़ या जलभराव वाले इलाकों से बचें।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें।
बारिश के दौरान क्या करें, क्या न करें
करें:
- मौसम विभाग के अपडेट्स पर ध्यान दें।
- जरूरी सामान (टॉर्च, दवा, पानी, सूखा खाना) तैयार रखें।
- मोबाइल और जरूरी दस्तावेज सुरक्षित रखें।
- वाहन सावधानी से चलाएं, जलभराव से बचें।
न करें:
- तेज़ बारिश या आंधी-तूफान में बाहर न निकलें।
- बिजली गिरने के समय खुले में न रहें।
- जलभराव वाले इलाकों में न जाएं।
- अफवाहों पर ध्यान न दें, सिर्फ सरकारी सूचना पर भरोसा करें।
बारिश का असर – जीवन पर प्रभाव
- यातायात: सड़कों पर जलभराव, ट्रैफिक जाम, ट्रेन और फ्लाइट्स में देरी।
- कृषि: किसानों के लिए राहत, लेकिन अत्यधिक बारिश से फसल को नुकसान की आशंका।
- शहरों में: जलभराव, बिजली कटौती, स्कूल-कॉलेज बंद होने की संभावना।
- स्वास्थ्य: मच्छरजनित बीमारियों का खतरा बढ़ता है, साफ-सफाई का ध्यान रखें।
बारिश से जुड़े सवाल-जवाब (FAQ)
Q1. किन राज्यों में सबसे ज्यादा बारिश का अलर्ट है?
पूर्वोत्तर राज्य, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, ओडिशा, तमिलनाडु, दिल्ली-NCR, उत्तर भारत के कई हिस्से।
Q2. बारिश का मुख्य कारण क्या है?
बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ।
Q3. कब तक बारिश का खतरा रहेगा?
31 मई तक (कुछ राज्यों में 1-2 जून तक) भारी बारिश का अलर्ट है।
Q4. क्या स्कूल-कॉलेज बंद होंगे?
स्थानीय प्रशासन आवश्यकता अनुसार निर्णय ले सकता है।
Q5. क्या बिजली गिरने का खतरा है?
हाँ, कई राज्यों में बिजली गिरने की चेतावनी जारी की गई है।
Q6. क्या मानसून समय से पहले आया है?
इस बार मानसून की गति तेज़ है, कई हिस्सों में समय से पहले दस्तक दी है।
बारिश के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
- छतरी, रेनकोट और रबर के जूते का इस्तेमाल करें।
- घर के आसपास जलभराव न होने दें।
- बिजली के उपकरणों का सही से इस्तेमाल करें।
- बच्चों को बाहर खेलने न दें।
- बीमार, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखें।
मौसम विभाग की सलाह
- मौसम विभाग के अलर्ट और अपडेट्स पर ध्यान दें।
- किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर का इस्तेमाल करें।
- अफवाहों से बचें, सिर्फ सरकारी सूचना पर भरोसा करें।
निष्कर्ष
इस बार मई के अंत में देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में बने दबाव और पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम का मिजाज बदला है। लोगों को सतर्क रहने, जरूरी सावधानियां बरतने और मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है। बारिश का असर यातायात, कृषि, स्वास्थ्य और जनजीवन पर पड़ेगा, इसलिए सभी को सतर्क रहना जरूरी है।
Disclaimer: यह मौसम विभाग द्वारा जारी की गई असली चेतावनी है। भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना को लेकर देश के कई राज्यों में अलर्ट जारी किया गया है। यह कोई अफवाह या फर्जी सूचना नहीं है। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि वे मौसम विभाग के निर्देशों का पालन करें और सतर्क रहें। किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन और संबंधित विभाग की मदद लें।