B.Ed अब केवल 1‑साल का करियर‐बूस्टर, 2‑साल वाला कोर्स खत्म, शुरुआत होगी 2025‑26 से – पूरी डिटेल्स

शिक्षक बनने का सपना हर साल लाखों युवा देखते हैं। भारत में शिक्षक बनने के लिए दो मुख्य कोर्स सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं – B.Ed (बैचलर ऑफ एजुकेशन) और D.El.Ed (डिप्लोमा इन एलिमेंट्री एजुकेशन)। हाल ही में, राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE) और शिक्षा मंत्रालय ने इन दोनों कोर्सों के लिए नए नियम जारी किए हैं, जो 2025 से लागू हो गए हैं। इन बदलावों का मकसद शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता को सुधारना और शिक्षा क्षेत्र में योग्य शिक्षकों की संख्या बढ़ाना है।

नए नियमों के लागू होने के बाद, अब इन कोर्सों में दाखिला लेने वाले छात्रों के लिए कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इनमें सबसे अहम बदलाव यह है कि अब कोई भी छात्र एक साथ B.Ed और D.El.Ed दोनों कोर्स नहीं कर सकेगा। इसके अलावा, इंटर्नशिप की अवधि बढ़ा दी गई है, प्रवेश प्रक्रिया और पात्रता मानदंडों में भी बदलाव किए गए हैं।

इस लेख में हम आपको B.Ed और D.El.Ed के नए नियम, पात्रता, प्रवेश प्रक्रिया, फीस, करियर के अवसर और इन बदलावों का असर विस्तार से बताएंगे। साथ ही, एक नजर डालेंगे कि यह योजना असल में कितनी प्रभावी है और छात्रों के लिए क्या मायने रखती है।

B.Ed and D.El.Ed New Rule 2025

B.Ed (Bachelor of Education) और D.El.Ed (Diploma in Elementary Education) दोनों ही शिक्षक बनने के लिए जरूरी कोर्स हैं। लेकिन अब NCTE के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार, इन दोनों कोर्सों को एक साथ नहीं किया जा सकता। इसका मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्र एक समय में सिर्फ एक कोर्स पर ध्यान दें और शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता बनी रहे।

नए नियमों के तहत, B.Ed और D.El.Ed दोनों कोर्सों में इंटर्नशिप की अवधि भी बढ़ा दी गई है, जिससे छात्रों को स्कूलों में ज्यादा प्रैक्टिकल अनुभव मिल सके। इसके अलावा, ऑनलाइन मोड से इन कोर्सों को करने पर भी सख्ती की गई है और सिर्फ मान्यता प्राप्त संस्थानों से ही डिग्री ली जा सकेगी।

योजना का संक्षिप्त अवलोकन (Overview Table)

बिंदुविवरण
योजना का नामB.Ed और D.El.Ed के नए नियम 2025
लागू करने वाली संस्थाराष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (NCTE)
लागू तिथि1 जनवरी 2025 से
मुख्य बदलावएक साथ दो कोर्स पर रोक, इंटर्नशिप अवधि बढ़ी
पात्रताB.Ed: ग्रेजुएशन, D.El.Ed: 12वीं पास, न्यूनतम अंक
आयु सीमा18-35 वर्ष (SC/ST के लिए 5 वर्ष छूट)
प्रवेश प्रक्रियालिखित परीक्षा, मेरिट लिस्ट, साक्षात्कार
फीसB.Ed: ₹15,000-₹3,00,000, D.El.Ed: ₹10,000-₹1,00,000
करियर अवसरसरकारी/प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक, अन्य शिक्षा क्षेत्र
इंटर्नशिपअब अधिक समय तक (6 माह या उससे अधिक)

B.Ed और D.El.Ed के नए नियम क्या हैं?

1. एक साथ दो कोर्स पर रोक
अब कोई भी छात्र एक ही समय पर B.Ed और D.El.Ed दोनों कोर्स नहीं कर सकता। पहले कई छात्र समय और पैसे की बचत के लिए दोनों कोर्स साथ में करते थे, लेकिन इससे पढ़ाई की गुणवत्ता पर असर पड़ता था। अब छात्र को एक कोर्स पूरा करने के बाद ही दूसरा कोर्स शुरू करने की अनुमति होगी।

2. इंटर्नशिप की अवधि बढ़ी
NCTE ने दोनों कोर्सों में इंटर्नशिप की अवधि बढ़ा दी है। अब छात्रों को स्कूलों में ज्यादा समय तक प्रैक्टिकल ट्रेनिंग करनी होगी, जिससे वे वास्तविक कक्षा अनुभव प्राप्त कर सकें और बेहतर शिक्षक बन सकें।

3. मान्यता प्राप्त संस्थानों से ही डिग्री
अब B.Ed और D.El.Ed की डिग्री सिर्फ उन्हीं संस्थानों से मान्य होगी, जिन्हें NCTE या संबंधित राज्य बोर्ड से मान्यता प्राप्त है। इससे फर्जी डिग्री और ऑनलाइन कोर्सों पर रोक लगेगी।

4. प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव
प्रवेश के लिए अब और अधिक पारदर्शिता लाई गई है। प्रवेश परीक्षा, मेरिट लिस्ट और साक्षात्कार के आधार पर ही चयन होगा। आरक्षित वर्ग के लिए अंक और आयु में छूट दी गई है।

5. ऑनलाइन कोर्स पर सख्ती
अब बिना मान्यता के ऑनलाइन या डिस्टेंस मोड से B.Ed या D.El.Ed करना मान्य नहीं होगा। इससे शिक्षा की गुणवत्ता बनी रहेगी।

B.Ed और D.El.Ed के लिए पात्रता (Eligibility Criteria)

B.Ed के लिए पात्रता

  • किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन या पोस्ट-ग्रेजुएशन (BA, B.Sc, B.Com आदि) में न्यूनतम 50% अंक (SC/ST के लिए 45%)
  • कुछ विश्वविद्यालयों में प्रवेश परीक्षा जरूरी
  • आयु सीमा सामान्यतः 18-35 वर्ष (SC/ST के लिए छूट)
  • हिंदी और अंग्रेजी भाषा में दक्षता जरूरी
  • बेसिक कंप्यूटर ज्ञान अनिवार्य

D.El.Ed के लिए पात्रता

  • 12वीं (10+2) किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 50% अंक (आरक्षित वर्ग के लिए 45%)
  • आयु सीमा 18-35 वर्ष (राज्य के अनुसार भिन्न हो सकती है)
  • कुछ राज्यों में प्रवेश परीक्षा जरूरी
  • हिंदी/अंग्रेजी भाषा में दक्षता

B.Ed और D.El.Ed में प्रवेश प्रक्रिया (Admission Process)

B.Ed में प्रवेश प्रक्रिया

  • ऑनलाइन आवेदन फॉर्म भरना
  • पात्रता जांच (शैक्षणिक योग्यता, अंक, आयु आदि)
  • प्रवेश परीक्षा (यदि लागू हो)
  • मेरिट लिस्ट जारी होना
  • काउंसलिंग या साक्षात्कार
  • दस्तावेज़ सत्यापन
  • फीस जमा करना

D.El.Ed में प्रवेश प्रक्रिया

  • 12वीं के अंक के आधार पर या प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयन
  • ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन
  • आरक्षित वर्ग के लिए अंक में छूट
  • मेरिट लिस्ट या काउंसलिंग
  • दस्तावेज़ सत्यापन
  • फीस जमा करना

B.Ed और D.El.Ed कोर्स की अवधि और फीस

कोर्स का नामअवधिफीस (औसतन)इंटर्नशिप अवधि
B.Ed2 वर्ष₹15,000 – ₹3,00,0006 माह या अधिक
D.El.Ed2 वर्ष₹10,000 – ₹1,00,0006 माह या अधिक
  • फीस संस्थान और राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती है।
  • सरकारी कॉलेजों में फीस कम, प्राइवेट कॉलेजों में ज्यादा हो सकती है।

B.Ed और D.El.Ed के बाद करियर के अवसर

  • सरकारी स्कूलों में शिक्षक (प्राइमरी, अपर प्राइमरी, सेकेंडरी)
  • प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक
  • कोचिंग संस्थानों में पढ़ाने का मौका
  • शिक्षा विभाग में प्रशासनिक पद
  • शिक्षा परामर्शदाता, ट्रेनर, कंटेंट डेवलपर आदि

नए नियमों का असर और फायदे

  • शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
  • फर्जी डिग्री और कोर्स पर रोक
  • छात्रों को ज्यादा प्रैक्टिकल अनुभव
  • शिक्षक बनने की प्रक्रिया पारदर्शी और सख्त
  • योग्य और प्रशिक्षित शिक्षक तैयार होंगे

B.Ed और D.El.Ed के बीच मुख्य अंतर (Table Comparison)

बिंदुB.EdD.El.Ed
योग्यताग्रेजुएशन जरूरी12वीं पास जरूरी
अवधि2 वर्ष2 वर्ष
कोर्स का स्तरस्नातक के बाद12वीं के बाद
फीसज्यादा (प्राइवेट में)कम (सरकारी में)
इंटर्नशिप6 माह या अधिक6 माह या अधिक
रोजगार क्षेत्रसेकेंडरी/हाई स्कूलप्राइमरी/अपर प्राइमरी स्कूल
प्रवेश प्रक्रियापरीक्षा/मेरिट/साक्षात्कारपरीक्षा/मेरिट/साक्षात्कार

नए नियमों से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

Q1. क्या अब B.Ed और D.El.Ed दोनों को एक साथ कर सकते हैं?
नहीं, नए नियमों के अनुसार अब दोनों कोर्स एक साथ नहीं किए जा सकते।

Q2. इंटर्नशिप की अवधि कितनी हो गई है?
अब इंटर्नशिप की अवधि 6 महीने या उससे अधिक कर दी गई है, जिससे छात्रों को ज्यादा प्रैक्टिकल अनुभव मिलेगा।

Q3. क्या ऑनलाइन या डिस्टेंस मोड से B.Ed या D.El.Ed कर सकते हैं?
सिर्फ उन्हीं संस्थानों से डिग्री मान्य होगी, जिन्हें NCTE या राज्य बोर्ड से मान्यता प्राप्त है। बिना मान्यता के ऑनलाइन कोर्स मान्य नहीं होंगे।

Q4. क्या प्रवेश प्रक्रिया में बदलाव हुआ है?
हां, अब प्रवेश प्रक्रिया ज्यादा पारदर्शी और सख्त हो गई है। मेरिट, प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार के आधार पर चयन होगा।

Q5. B.Ed और D.El.Ed के लिए न्यूनतम अंक कितने चाहिए?
B.Ed के लिए ग्रेजुएशन में 50% (SC/ST के लिए 45%), D.El.Ed के लिए 12वीं में 50% (आरक्षित वर्ग के लिए 45%)।

Q6. करियर के क्या अवसर हैं?
सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में शिक्षक, शिक्षा विभाग में प्रशासनिक पद, कोचिंग, शिक्षा परामर्श आदि।

नए नियमों के फायदे और चुनौतियां

फायदे:

  • शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार
  • छात्रों को ज्यादा प्रैक्टिकल अनुभव
  • फर्जी डिग्री पर रोक
  • योग्य शिक्षक तैयार होंगे

चुनौतियां:

  • एक साथ दो कोर्स नहीं कर पाने से समय ज्यादा लग सकता है
  • प्रवेश प्रक्रिया में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी
  • फीस और इंटर्नशिप की अवधि बढ़ने से कुछ छात्रों को परेशानी हो सकती है

निष्कर्ष

B.Ed और D.El.Ed के नए नियम 2025 से लागू हो गए हैं। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य शिक्षा क्षेत्र में गुणवत्ता सुधारना और योग्य शिक्षकों की संख्या बढ़ाना है। अब छात्र एक साथ दोनों कोर्स नहीं कर सकते, इंटर्नशिप की अवधि बढ़ा दी गई है, और प्रवेश प्रक्रिया को पारदर्शी बनाया गया है। इससे शिक्षा क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव आने की उम्मीद है।

छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे किसी भी कोर्स में दाखिला लेने से पहले नए नियमों को अच्छे से समझ लें और मान्यता प्राप्त संस्थान का ही चयन करें।

Disclaimer: यह जानकारी विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स और सरकारी दिशा-निर्देशों के आधार पर दी गई है। B.Ed और D.El.Ed के नए नियम 2025 से लागू हो चुके हैं और यह पूरी तरह से वास्तविक और सरकारी स्तर पर मान्य हैं। छात्रों को सलाह है कि वे आवेदन करने से पहले संबंधित संस्थान या सरकारी वेबसाइट से नवीनतम जानकारी जरूर प्राप्त करें।

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